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Russia-Ukraine war: रूस ने 400 ड्रोन और 40 मिसाइलों से किया भीषण हमला, जेलेंस्की ने वैश्विक कार्रवाई की मांग की

Russia-Ukraine war

Russia-Ukraine war

कीव, 8 जून 2025: Russia-Ukraine war में एक नया और भयावह मोड़ आया है, जब रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस ने एक रात में 400 से अधिक ड्रोन और 40 मिसाइलों का इस्तेमाल कर छह क्षेत्रों में हमले किए, जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और लगभग 80 अन्य घायल हुए। इस हमले ने यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई शहरों को हिलाकर रख दिया। जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, जिसमें रूस पर दबाव बढ़ाने और युद्ध को रोकने के लिए निर्णायक कदम उठाने की अपील की।

रूस का अभूतपूर्व हमला

रूस ने शुक्रवार की रात यूक्रेन पर 400 से अधिक ड्रोन और 40 मिसाइलों के साथ एक बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया। यूक्रेनी वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इहनट ने बताया कि इस हमले में बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों के साथ-साथ सैकड़ों ड्रोन और डिकॉय (छलावा) ड्रोन शामिल थे। यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली ने लगभग 30 क्रूज मिसाइलों और 200 ड्रोन को नष्ट करने में सफलता हासिल की, लेकिन हमले की तीव्रता इतनी थी कि कई मिसाइलें और ड्रोन रक्षा प्रणाली को भेदने में कामयाब रहे।

इस हमले का मुख्य निशाना कीव सहित यूक्रेन के छह क्षेत्र थे, जहां आवासीय क्षेत्रों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि राजधानी में कम से कम चार लोग मारे गए और 20 अन्य घायल हुए। हमले के बाद कीव के कई इलाकों में आग लग गई और 2,000 से अधिक घरों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। टर्नोपिल, लविव और खमेलनित्स्की जैसे क्षेत्रों में भी ड्रोन के मलबे के कारण बिजली कटौती की खबरें सामने आईं।

जेलेंस्की की वैश्विक अपील

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे रूस की क्रूरता का प्रतीक बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “यह कोई शांति चाहने वाला देश नहीं है। रूस अपनी धारियां नहीं बदलता।” जेलेंस्की ने अपने सहयोगी देशों से तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करने का आह्वान किया, जिसमें रूस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने और युद्ध को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, “जो लोग रूस पर दबाव नहीं डालते और युद्ध को और समय देते हैं, वे इस युद्ध के लिए सह-अपराधी और जिम्मेदार हैं।”

यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने भी राष्ट्रपति की इस मांग का समर्थन किया। विदेश मंत्री आंद्रे सिबिगा ने बयान जारी कर कहा, “रूस का रातोंरात नागरिकों पर हमला एक बार फिर दिखाता है कि मॉस्को पर अंतरराष्ट्रीय दबाव को तुरंत बढ़ाने की जरूरत है।”

हमले का पृष्ठभूमि और जवाबी कार्रवाई

यह हमला यूक्रेन द्वारा रूस के हवाई अड्डों पर किए गए ड्रोन हमलों के कुछ दिनों बाद हुआ, जिसमें रूस के रणनीतिक बमवर्षक विमानों को नष्ट करने का दावा किया गया था। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) ने इस ऑपरेशन को “ऑपरेशन स्पाइडर वेब” नाम दिया, जिसके तहत 40 से अधिक रूसी विमानों को नष्ट किया गया, जिसमें टुपोलेव टीयू-95 और टीयू-22एम बमवर्षक शामिल थे। इस हमले को यूक्रेन ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी ड्रोन कार्रवाई बताया, जिससे रूस को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उनके हमले यूक्रेन के सैन्य-औद्योगिक परिसर को निशाना बनाया गया, जिसमें हथियार डिपो और ड्रोन कारखाने शामिल थे। हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने रूस पर नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाने का आरोप लगाया। जेलेंस्की ने कहा, “ये हमले संयोगवश नहीं हो सकते। रूस जानता है कि वह क्या निशाना बना रहा है।”

युद्ध का भयावह दौर

यह हमला Russia-Ukraine war के तीन साल पूरे होने के बाद हुआ, जो फरवरी 2022 में शुरू हुआ था। इस दौरान दोनों पक्षों ने ड्रोन और मिसाइल हमलों में वृद्धि की है। रूस ने हाल के महीनों में यूक्रेन के बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से ऊर्जा क्षेत्र, को निशाना बनाया है, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली कटौती और आपातकालीन ब्लैकआउट की स्थिति पैदा हो गई है।

यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई में रूस के अंदर ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं। हाल ही में मॉस्को और अन्य रूसी क्षेत्रों में ड्रोन हमलों की खबरें सामने आईं, जिनमें औद्योगिक स्थलों को नुकसान पहुंचा और तीन लोग घायल हुए।

शांति वार्ता की स्थिति

इस हमले का समय तब है, जब रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता रुक गई है। हाल ही में दोनों देशों के बीच 307 सैनिकों की अदला-बदली हुई, जो युद्ध शुरू होने के बाद सबसे बड़ा युद्धबंदी आदान-प्रदान था। हालांकि, जेलेंस्की ने रूस पर शांति वार्ता में रुचि न दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “रूस का हर वादा मिसाइलों और ड्रोन के साथ खत्म होता है।”

यूक्रेन ने 30 दिनों के युद्धविराम और जेलेंस्की-पुतिन के बीच प्रत्यक्ष मुलाकात का प्रस्ताव रखा था, लेकिन क्रेमलिन ने इसे खारिज कर दिया। रूस ने ऐसी शर्तें रखीं, जो यूक्रेन के लिए स्वीकार्य नहीं हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

इस हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हिलाकर रख दिया है। यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक ने हमले की निंदा की और रूस पर “सबसे मजबूत अंतरराष्ट्रीय दबाव” डालने का आह्वान किया। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यूक्रेन के ड्रोन हमलों ने रूस को जवाबी कार्रवाई के लिए उकसाया। ट्रम्प ने यह भी कहा कि शांति प्रयासों से पहले दोनों पक्षों को “कुछ समय तक लड़ने” देना बेहतर हो सकता है, जिसके बाद उन्होंने यूक्रेन को अपनी शांति की राह खोजने की सलाह दी।

यूक्रेन की रक्षा प्रणाली और चुनौतियां

यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली ने इस हमले में कई मिसाइलों और ड्रोन को रोकने में सफलता हासिल की, लेकिन भारी संख्या में ड्रोन और मिसाइलों ने रक्षा प्रणाली को चुनौती दी। जेलेंस्की ने बार-बार पश्चिमी सहयोगियों से अधिक हवाई रक्षा प्रणालियों, विशेष रूप से पैट्रियट सिस्टम, और एफ-16 लड़ाकू विमानों की मांग की है।

यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने बताया कि पश्चिमी सहायता में देरी और गोला-बारूद की कमी के कारण यूक्रेन को युद्ध में नुकसान उठाना पड़ रहा है।

भविष्य की आशंकाएं

जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि रूस आने वाले हफ्तों में और बड़े हमले की योजना बना रहा है, खासकर सूमी, खारकीव और जपोरिझिया जैसे क्षेत्रों में। उन्होंने कहा कि रूस इन हमलों के जरिए युद्ध के मैदान में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।

रूस का यह ताजा हमला यूक्रेन युद्ध के बढ़ते तनाव और जटिलता को दर्शाता है। जेलेंस्की की वैश्विक अपील और रूस की आक्रामकता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक बार फिर इस युद्ध पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर किया है। जैसे-जैसे युद्ध और भयावह होता जा रहा है, विश्व नेताओं के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे शांति के लिए ठोस कदम उठाएं।

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